क्या है DeepSeek AI? इसके कारण हुआ 108 अरब डॉलर का नुकसान

क्या है DeepSeek AI? इसके कारण हुआ 108 अरब डॉलर का नुकसान

चीन ने टेक्नोलॉजी दुनिया में हलचल पैदा कर दी है

 

deepseek: चीन और अमेरिका के बीच में अक्सर एक प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है, चाहे वह टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हो या फिर इकोनॉमी के क्षेत्र में दोनों ही देश एक दूसरे को कांटे की टक्कर देते रहते हैं और यह दोनों देश हर क्षेत्र में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में रहते हैं। इसी बीच चीन ने टेक्नोलॉजी दुनिया में हलचल पैदा कर दी है, जिसकी वजह से सिलिकॉन वैली पूरी तरह से हिल चुका है। इतना ही नहीं गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियां चीन के इस कारनामे की वजह से काफी टेंशन में आ चुकी है और उनका अरबों डॉलर का नुकसान भी हो चुका है।

 

क्या है DeepSeek R1 AI?

 

चीनी कंपनी DeepSeek लैब ने R1 ए मॉडल लॉन्च किया है जो इस समय दुनिया भर में काफी लोकप्रिय है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में यह ChatGPT, गूगल gemini जैसे AI से भी आगे निकल रहा है। 2022 में जब ओपन AI ने ChatGPT लॉन्च किया था, तो पूरी दुनिया में जेनरेटिव ए आई की चर्चा होने लगी। माइक्रोसॉफ्ट द्वारा प्रायोजित इस AI टूल ने गूगल, एप्पल और मेटा जैसे दिग्गज कंपनियों की टेंशन बढ़ा दी थी। ChatGPT के आने के बाद इन कंपनियों ने अपने जेनरेटिव AI मॉडल लॉन्च किया। जिनमें दो साल में लाखों यूजर्स हो चुके हैं, लेकिन अब चीनी कंपनी के नए AI मॉडल ने सिलिकॉन वैली की कंपनी को एक बार फिर से टेंशन में डाल दिया। यह AI टूल एडवांस लैंग्वेज पर काम करता है, जिसमें हाइब्रिड आर्किटेक्चर का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि R1 कंपनी का यह पहला AI मॉडल नहीं है कंपनी के AI मॉडल का यह तीसरा वर्जन है यानी V3 है।

 

कम खर्च में हुआ है तैयार

 

DeepSeek R1 के लोकप्रियता की मुख्य वजह इसका पोर्टेबल होना है। आसान भाषा में समझा जाए तो यह ए मॉडल अमेरिकी ए मॉडल के मुकाबले काफी सस्ता है। ओपन AI 01 की कीमत 15 डॉलर प्रति मिलियन इनपुट टोकन और 60 डॉलर प्रति मिलियन आउटपुट टोकन है, वहीं इस चीनी AI मॉडल की कीमत 0.55 प्रति मिलियन इनपुट और 2.19 प्रति मिलियन आउटपुट टोकन है। इतना ही नहीं चीनी कंपनियों का दावा है, कि इस AI मॉडल को तैयार करने में महज़ दो महीने का समय लगा है, जबकि दूसरी कंपनियों को सालों लग गए इस मॉडल को तैयार करने में।

 

108 मिलियन डॉलर का हुआ नुकसान

आपको बता दे की निविदा ग्रुप के से संस्थापक जेनसन ह्वांग के नेतृत्व में दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों ने सोमवार को संयुक्त रूप से 108 बिलियन डॉलर खो दिया क्योंकि चीनी AI डेवलपर DeepSeek से जुड़ी तकनीकी आधारित बिक्री ने प्रमुख सूचकांक को गिरा दिया। चीन के द्वारा लांच किए गए इस AI के बाद बड़ी-बड़ी सभी कंपनियां टेंशन में आ चुकी हैं, और उनके शेयर्स लगातार गिरते हुए नजर आ रहे हैं।